इह जलो फाँड़ो जीज़।
पाइल बहां मारे बांदर के बत केह बत विलूनायां बरके।
इनि जाखा का बात बाले गा?
तारहा थाप में हाँदी चाल बाँ,
पुलकान मुसीबत बाँ हल बाँ।
पण तोर तूतीन रे जनों अमून देके,
दोलिया हम रूठी ते।
जोन दोखो सोखो एके साथे बाती हाँ।
जनों तानी दील तोहर तूटी जब पिया संग है सूतीन रे,
दोलिया हम रूठी ते,
पी है जनपूर उठीन रे,
पगलां मुँ आंदेके,
दोलिया हम रूठी ते,
पी है जनपूर उठी रे।
सना है
जनों तानी दील तूटी जब पिया संग है सूतीन रे,
दोलिया हम रूठी ते,
पी है जनपूर उठी नु रे,
पगलां मुँ आंदेके,
दोलिया हम रूठी ते,
पी है जनपूर उठी रे।