मन प्रान शपी नाम, कुल कुआ नाम नितुर बन्भूर लगी आप
ओसे परय आमाय, पागली निबन्धु गयलो आमाय, भूलिय मन प्रान शपी नाम, कुल कुआ नाम नितुर बन्भूर लगी आप
मनिर कस्टो बली करे, कयमुन करे थाकी घररे, आमाय चिरी आछे, भाबिर खुरे तोरा जरा बिपि दिया
मनु पराण शपी नम, कुल खुय नम, नितुर बन्धूर लगी, आम
बन्धू जदी ठाके भुले, मुग देखाबो कैम ने कुलेरे
आमि कुलेर मुखे, दियाची चायागे पीछे, ना भाविया
मनु पराण शपी नम, कुल खुय नम, नितुर बन्धूर लगी, आम
आमार मने बरो शाद चिलो, शादेर घर्मोर धेंगे दिलो
मनु पराण शपी नम, कुल खुय नम, नितुर बन्धूर लगी, आम
आम