भागुन के सिवरात्री माचीन दिनिके मेला होते आवेन
मेला घुमा हूँ यो धर्सन कराऊँ तोला जोगी धामों मा
माया पीरिती के गोठी गोठी आते करले मोरो पही चानेला
मोला धर्सन कराँ देती रे सम्हारी मोला मेला घुमा देती ना
नदिया के तीर मा पंजरीया जखाऊँ हां गान्धी
हावै मोरे नामों हाँ वोही मेरा जोगी धामों हाँ
भागुन के सिवरात्री मा तीनी तीनी के मेला होते आपे न संगी हमर गाउमा
मेला घुमा हूँ यो धर्सन कराऊँ तोला जोगी धामों मा
माया पीरिती के गोठी गोठी आते करले मोरो पही चानेला
मोला मेला घुमा देते रे संग्वारी मोला धर्सन कराँ देते ना
अगर मनी यारी लेके तंगा ना वाहूं ओले बाबा मा लेके धर्सन कराऊँ
देवी देविता के यह धर्सन ला पार्थिन मन के मनाउतीला आमन मनातिन
भागुन के सिवरात्री मा तीन तीन के मेला होते आपे न संगी हामर गाउमा
मेला खुमा हूं यह धर्सन कराऊँ तोला जोगी धामों मा
माया पीरितिके गोठे गोठी आतेन करले मोरो पही चानला
मोला मेला खुमा देते ने संग्वारी मोला धर्सन कराँ देते ना
तीहा कि मा चील चंदन बनाते धर्ती दाईलम हमाते नवाते
शिरात्री मा तीन तीन के मेला होते आपे न संगी हामर गाउमा
मेला खुमा हूं यह धर्सन कराऊँ तोला जोगी धामों मा
मा यापीरितिके गोठे गोठी आतेन करले मोरो पही चानला
मोला मेला खुमा देते ना सबवारी मोला धर्सन कराँ देते ना
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दोला मेलाखुमादेहून दिवानी दोला धर्सन करादेहुन