दिल के दर्मिया में तुम आती नहीं
याद तेरे दिल से मेरी जाती नहीं
दिल के दर्मिया में तुम आती नहीं
याद तेरे दिल से मेरी जाती नहीं
हम तेरे दिल से कुछ छुपाते नहीं
प्यार तुमसे करते हैं जताते नहीं
महवबत दिल से आरा किया तूने इशारा ये मैंने कह दिया है मेरा दिल है तुम्हारा
हो मेरी भीगी भीगी सी पलके जो रहती है तेरे मुस्कुराने से मेरी सुबहा होती है
तू जो एक पल भी हम से दूर थोरा जाती है नीद तेरे बिन नहीं आती रात गुजर जाती है
ये प्यार नहोगा दो बारा
महवबत दिल से आरा किया तूने इशारा ये मैंने कह दिया है मेरा दिल है तुम्हारा
तू न जाने मैं तेरी दिल में कैसे रहता हूँ सुबहा शाम लब पे अपने नाम तेरी लेता हूँ
जिन्दगी में तेरे बिन कुछ भी नहीं है साथ तेरे जिन्दगी में जुड़ा रहना चाता हूँ
तेरे इश्क में दिल ये
महावबत दिल से आरा किया तूने इशारा ये मैंने कह दिया है मेरा दिल है तुम्हारा
करते हैं