अगे फुनावा नाही करोही सुनावा कलियों का वन का सूराजे
अरे बतिया करते सैन्य ढरल काउंगुंबाइलावे देल काउंछूरारे
दूदिन ससूर गेले हलव होई गेलो गुरुवरगे
अरे बतिया करते सैन्य ढरल काउंगुंबाइलावे देल काउंछूर रे
बद्धिये करते संयधरा कम बलवे दिल कम छूदरे
जयत केली छोड के छौोडि भातो होना इंकना मेगे
जयत केली छोडि के छौोडि भातो होना इंकना मेगे
अगे हम और भिकीरे नहीं करो ही मज़ काई उठावो ही भर तुहो
बतिये करते सैया धरल कम बलावे दिला काउचूर रे
बतिये करते सैया धरल कम बलावे दिला काउचूर रे
बतिये करते सैया धरल कम बलावे दिला काउचूर रे