औचले यार, आपा मेले वेखना आये हैं, मेले नु कौन फेर के वेखते हैं, तु एक थाँ खाड़ा की वेखी जानना हैं
यार, वो सामने बंगों मली दुखानते वेख रहे हैं, तीज़ी आओ थे, देख देख, वसंदा बेश कीज़ीखना है
यार, तु पिक मेट रहा हैं, मैं भुड़िया हूँ, बहुड़िया, भुड़िया, शिचतर काईना, ना, ना, ना, ना, अपनी बराहा की छितु, बिशित सुनिया सिदीव देखने चाण करें
मैं कहा जी, मैं दोनों कुछ कहना चाहिए, पर मैं कुछ सुनना नहीं चाहिए, चान बड़िये कर लिए
लकते हलारे आंदी मारवारी ए, पैरां विच जुती तिल दारवारी ए, इक प्यार दी नदिर तेरे वल करनी नी, रूकी, रूकी, जरा
तैरी, तैरी, एक मितराने गाल कारनी नी, रूकी, रूकी, एक मितराने गाल कारनी
मिलि , अक़ दा जवाव नी , आई , तेरे पतले जल तआ जवाव नी
चाप सोनने तु अनि अल चल कार नइ नि, रूकी, रूकी, जरा
तैरी, टैरी, एक मितराणे, गाल कारनी नी, रूकी, रूकी,एक मितराणे गाल कारनी
मार मार सैन तां बलाओंडा तेरा रूप नी, सानु फिरे हथां देन चाओंडा तेरा रूप नी
कितो से कली, चला की, पाल, पाल- कारनी नी, रूकी, रूकी, जरा
ठहरी, ठहरी, एक मित्राने गल कारनी, रूकी, रूकी, एक मित्राने गल कारनी
कितो से कली, चला की, पाल, पाल, पाल, पाल, कारनी, रूकी, रूकी, रूकी, जरा
कितो से कली, चला की, पाल, पाल, पाल, पाल, कारनी, रूकी, रूकी, जरा
अमपरां दे ताई जान, छूंदी आनी अकडा, मित्रां दे सीने आनु लूदी आनी अकडा
बैके आख्सुड, असीतर सारी हाल कारनी, रूकी, रूकी, जरा
ठैरी, ठैरी, एक मित्रां गाल कारनी, रूकी, रूकी, एक मित्रां गाल कारनी
जिन्दगी लगोनी तेरे नांझ सवीरने, दिल विच लैनी तेरे तांझ सवीरने
अच़ो मुसस वीमा काले कानु काले कारनी, रूकी, रूकी, जरा
ठैरी, ठैरी, एक मित्रां गाल कारणी, रूकी, रूकी, एक मित्रां गाल कारणी