अम्खी माथे चप्साम
अम्खी माथे चप्साम
पर जैसारालाई आर्गे रिकोडिन्गी टुट्यूब टेम लगार
अरी निपा
अम्खी माथे चप्साम
मिठे लागे बासीची हम
धोटी हमर बरे जान चै
मात्प पग्रिच्छाई देह पकुलता अम्खी माथे चप्साम
अहाँ स्वक्षल सिंद्योहलची आर्ट्यो इजिक् प्रोड़क्षनकी प्रस्थोती
अम्खी
माथे चप्साम
Music by Rana
अम्खी माथे चप्साम
जनकपुर में जानकी मंदिर मिठलाके आपन देशकी शान चै
जनकपुर में जानकी मंदिर मिठलाके आपन देशकी शान चै
राजा जनकँजी, छीता मैया और विद्यापरी के इगाम चै
छांद सितारों में इगाम हाजारों में अपन जनकपुर सान थाम नहीं चै
राम जी एलकिन,
छीता जी भी हेलकिन,
छार दिशाओं में नाम चलैचै
खुसियों में जीयाइची हम,
सब गमसा अनजान छी
मात्पा पग्रिच्छै देहःपा पुर्ता,
हम छी माधे सक्षान
हास्वखल सुइंड़ो अलजी,
आटिवी रिट्रोडक्षन की प्रसुती
हम छी माधे सक्षान
बारी ज्जारी में साग फेटैया,
अउरु फेटैया माच मखान
कानों में खुँजै कोयल के बोली,
इहे सच्छुइन का भया बिहा
रायत रामुचरन घीता लिखाया,
गायायो अमीता जेगा बहिया
भिज्जे राकेशाँ नामु चलैया,
धर्दी के सर्गु बनाउला किसा
सुनुयो
सबे किसान,
खेती छै आपन काम
मात्पा पगरिछाई लेह पाकुर्ता, हम्छी माधे सकुसान