मिठा शहर तो हुँझो चड़े हान भी दिस
अहाँजे उंगल ते वरी कोना इन दिस
मिठा शहर तो हुँझो चड़े हान भी दिस
अहाँजे उंगल ते वरी कोना इन दिस
मिठा शहर तो हुँझो चड़े हान भी दिस
अगें गाल तो माँ वरी मोख लाए
सबनिखे सरास दिठमाजमाए
नकी खटने
आपो मिता हान भी दिस मिठा शहर तो हुँझो चड़े हान भी दिस अहाँजे
उंगल ते
वरी कोना इन दिस मिता शहर तो हुँझो चड़े हान भी दिस
मेदों अधूर यू वैं यार रहा जी