Jai Gopala
Muraliwala
Nandkilala
Jai Gopala
मिलने नहीं अब आओगे,
शाम कटी है तुमसे
लगोंगे शाम लगोंगे जब लगोंगे लगोंगे मिल नहीं अब आओंगे
शाम कटी है तुमसे
तुमको न फोन लगाूगे शाम कटी है तुमसे
मिल नहीं अब आओगी शाम कटी है तुम से
अब ना सुनूंगी तेरी मुरनिया
अब ना उकडम की छईया
यमना पे भी नहीं आओगी शाम कटी है तुम से
छोड़ दो मेरा पीछा करना
छोड़ दो मेरा पीछा करना
प्रक्षियों से पिटवाऊँगी शाम कटी है तुम से