ज़्याने से हो ही गए
बातों की वो दुन्या बन ला सके
तो क्या हुआ गर न हुआ
जो चाहाँ था वो न बिला
यादों की एक दुन्या तो बन गए
मिल के न मिले ये हमने लिखा
हो के न हुए जो था हमने कहा
कैसा ये सफर है जो हमने चुला
मिल के न मिले हम
यादों की एक दुन्या तो बन ला सके
एसे कहीं गुमतुं न होना
कहना पाओ वो भी सुन लेना
दिन धर जाएगा बातों बातों में
तब बाहों में मेरे सर रखे सुना
सुचा था यहीं ऐसा हो कभी
तुम यहीं मैं यहीं हम कहाँ खो गए
मिल के ना मिले यह हमने लिखा
हो के मा हुए जो था हमने कहा
तैसा यह सफर है जو हमने छुणा
मिल के ना मिले हम
मिल के ना मिले यह हमें लिखा
हो के मा हुए जो था हमने कहा
तैसा यह सफर है जो हमने छुणा
मिल के ना मिले हम
मिल के ना मिले हम
क्यों मिल के ना मिले हम
मिल के ना मिले हम
क्यों मिल के ना मिले हम
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật