यादे तेरी जाना मुझे हर दफ़ा दडबा दी
कहने को है बहुत कुछ बर बचा कुछ नहीं बागी
उस मोड पे घड़ा राह तक ता तेरा राही
असल बात तो यही दोगा बोत उसी खाती लोग
कहते हैं बदलता वक्त बदलेगा ये कब
इनसाफ होगा जाना अगर है मेरा भी रब
इंतिजार, इंतिकाल एकी मतलब तो समझ
मेरा हाल लें बेहाल बस आ रही नहीं मौत
मेरी जाना तेरे लिए में ने क्या कुछ ने गवाया
मी जाना तेरे लिए, तूस से धूगगाया पराया
मेरी जाना, मैंने तूछ को, अपन साफ भी बनाया
मेरी जाना तेरी गल्ती पर, मैं खुट Xu पे भी आया
अन्जाम से वाकिफ था तेरी फितरत, मुझे मालूं उमर कैथ की सजा
अगर होता प्यार का कानूल, लडखडाते मेरे कदम
इनको कैसे मैं संबालू, जिम्मेधारी मेरे सरबे
आखिर कैसे सासे थामो, भुलना चाता हूँ मैं तुझे
पर आती तेरी याद, होता रापता ना तुझे साइद
खुश होता आज, काफी बदला मैंने जाना, अपने जीने का अंताज
कैसे बया करूँ जाना, हाले दिल का मेराज
इतना अर्सा हुआ, तुझे गले से लगाए
इतना तूटा हूँ मैं, फिर भी गम को चुपाए
अन्सेंड करता रोज, तुझे डियम करके हाइ
जाना जाने से तो पहले कहे देती हुडबाए
जिन्दगी बसर रही या दिन काट रहे, मेरी जाना तेरी यादे मेरी जान मांग रहे
मे गाने कैसे लिखूं मेरे हाथ काप रहे, हम साथमे तो थें कभी साथ ना रहे
जिन्दगी बसर रही या दिन काट रहे, मेरी जाना तेरी यादे मेरी जान मांग रहे
मे गाने कैसे लिखूं मेरे हाथ काप रहे, हम सातमे तो थें कभी साथ ना रहे
जिन्दगी बَसॱर रही या दिन काट रहे, मेरी जाना तेरी यादे मेरी जान मांग रहे
मे गाने कैसे लिखूं मेरे हाथ काप रहे, हम सातमे तो थें कभी साथ ना रहे
लोग कहते रतन तेरी प्यारी बोते आखे, मैंने कहा बारी स्खोते मौसम लगते हैं सुहाने
इसके पीछे कितने दर्ड, ये कोई भी ना जाने, अपने निकले दोके बास, दुलता जीने के बाहाने
तू लाग बेवफा, लेकिन सर उठा के चल, दिल रो बड़ेगा तुछको पशेमान देखकर
छोट दोनों को लगी, तूने तोड़ा तेरा घर, बता कहां तक चला तेरा नाया हमसफर
पूरा सम्मन धरे पास, एक बुंद की दी प्यास, समझा तूने मुझे जायी हर चीज का हिसाब
इनने बेदर्धी से दोड़ा, आज तक मैं हतास, असल छेरा तेरा देखा, कब तक करता मैं बरदास
आखिर कब तक मैं करता बरदास