यूपलट कर मुझको देखे
आखों में भर पानी लेके
यूपलट कर मुझको देखे
आखों में भर पानी लेके
ऐसे तु कैसे मुझ चली
मेरे बिट्टिया
तितली तु बन के उड़ चली
मेरे बिट्टिया
तितली तु बन के उड़ चली
कैसी है ये रित अजब सी कैसी तेरी खुदाई
कल जो लगते थे मुझे अपनी अब क्यों लगती पराई
क्यों नहीं अब माने ये दिल जोठे इन रस्मों को
बढ़ते उस नन्हे पेरों की हो रही है विदाई
बैठा जाए जिल इस पल से जिद करेगी कौन रे कल से
नाजों से इस घर जो पली
मेरी बिट्टिया
तितली तु बन के उड़ चली
मेरी बिट्टिया
तितली तु बन के
उड़ चली
शानुन की जिन्दगी की होगी हाथो अब से
हाथों में तेरा ये जोड़ा ले ख़ड़ा हूँ कब से
आसू और गंगः का साया कोई ना हो तुझ पे
खुश रहे तु तेरे घर में ये दूआ है रब से
कुछ तो हक है अब भी मेरा कह रहा ये बाबा तेरा
आते तु रहना इस गली
मेरी बिट्टिया
तितली तु बन के उड़ चली
मेरी बिट्टिया
तितली तु बन के उड़ चली
मेरी बिट्टिया
तितली तु बन के उड़ चली
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