हे गोव्यम् हे गोपाः राधावल् मदन गोपाःहे गोव्यम् हे गोपाः राधावल् मदन गोपाःहे गोव्यम् हे गोपाःराधा वल्लह मदन गोपा हे गोव्या हे गोपाराधा वल्लह मदन गोपा हे गोव्या हे गोपाराधा वल्लह मदन गोपा हे गोव्या हे गोपाराधा वल्लह मदन गोपा हे गोव्या हे गोपाराधा वल्लह मदन गोपा हे गोव्या हे गोपाराधा वल्लह मदन गोपा हे गोव्या हे गोपामदन गोपाल प्यारो मदन गोपालमदन गोपाल प्यारो मदन गोपालमदन गोपाल प्यारो मदन गोपालमदन गोपाल प्यारो मदन गोपालहे गोविन, हे गोपाल, राधावल्लभ मदन गोपालहे गोविन, हे गोपाल, राधावल्लभ मदन गोपालमैं आतो गया हूं, मगर जाओंक्या जानता हूँ के मेरे गिर्धर्व ये मेरी औकात नहीं के मैं तेरे दर्ब तक पहुँच सकूँपर फिर भी पहुँचा हूँ क्यूं क्यूंके तेरी करुणा पर भरोसा है तेरी क्रपा पर भरोसा हैमैं आतो गया हूँ मगर जानता हूँतेरे दर्ब पे आने के काबिल नहीं हूँतेरे दर्ब पे आने के काबिल नहीं हूँतेरी महिर्बानी का है बोज्ज वित्नातेरी महिर्बानी का है बोज्ज वित्नातेरी महिर्बानी का है बोज्ज वित्नामैं सर भी उठाने के काबिल नहीं होमैं सर भी उठाने के काबिल नहीं होमैं सर भी उठाने के काबिल नहीं होजमाने की चाहत में खुदैं लर्प उठाने के काबिल नहीं होजमाने की चाहत में खुद को मिठाया, तिरा नाम हरगिज जुबां पे न लाया।गुनहिगार हूं मैं, खतावार हूं मैं, तुझे मुह दिखाने के काविल नहीं हूं।गुनहिगार हूं मैं, तुझे मुह दिखाने के काविल नहीं हूं।गुनहिगार हूं मैं, तुझे मुह दिखाने के काविल नहीं हूं।गुनहिगार हूं मैं, तुझे मुह दिखाने के काविल नहीं हूं।गुनहिगार हूं मैं, तुझे मुह दिखाने के काविल नहीं हूं।गुनहिगार हूं मैं, तुझे मुह दिखाने के काविल नहीं हूं।गुनहिगार हूं मैं, तुझे मुह दिखाने के काविल नहीं हूं।सुना है के लाखों पतित तुमने तारे।है दुष्ट संभारे और संत ओबारे।है दुष्ट संभारे और संत ओबारे।है दुष्ट संभारे और संत ओबारे।है दुष्ट संभारे और संत ओबारे।अरिया...हरी आज मेरी भी बिगड़ी बना दोया कहिदे बनाने के काबिल नहीं होमैं आ तो गया हूँ मगर जानता हूँतेरे दर्पे आने के काबिल नहीं होजब उठे तो आज मेरी भी बिगड़ी बना दोये मैं भली बादी जानता हूँकि तेरे दर्पर आने के काबिल नहीं कनहियापर फिर भी क्यूं आयाक्यूंकि औरों को जो भी मिलावो अपने मुकद्र से मिलागोविन्दऔरों को जो भी मिलावो अपने मुकद्र से मिलापर मुझे तो मेरा मुकद्धर भी तेरे दर से मिला, इसलिए आया हूँ तेरे दर।मैं आतो गया हूँ, मगर जानता हूँ, तेरे दर पे आने के काबिल नहीं हूँ।मैं आतो गया हूँ, मगर जानता हूँ, तेरे दर पे आने के काबिल नहीं हूँ।मैं आतो गया हूँ, मगर जानता हूँ, तेरे दर पे आने के काबिल नहीं हूँ।मैं आतो गया हूँ, मगर जानता हूँ, तेरे दर पे आने के काबिल नहीं हूँ।मैं आतो गया हूँ, मगर जानता हूँ, तेरे दर पे आने के काबिल नहीं हूँ।मदन गोपाल प्यारो मदन गोपाल।मदन गोपाल प्यारो मदन गोपाल।मदन गोपाल प्यारो मदन गोपाल।मदन गोपाल प्यारो मदन गोपाल।मदन गोपाल प्यारो मदन गोपाल।मदन गोपाल प्यारो मदन गोपालमदन गोपाल प्यारो मदन गोपालमदन गोपाल प्यारो मदन गोपालहे गोव्यां हे गोपाल राधा मल्ल मदन गोपालहे गोव्यां हे गोपाल राधा मल्ल मदन गोपालहमारे गोविन्द, ये हमारे गोपाल, हमारे ठाकुर कितने करुणा निधी हैं, इसका वर्णन करते करते करते करते, वेद पुरान ठक गए, लेकिन कोई बखान कर नहीं पाया, आज तक।उनकी करुणा का क्या बखान करना, पूतना आई थी मारने, कितनी आश्चर्य की बात है, पूतना आई है कनईया को मारने, अपने स्तनों पर जहर लगाकर आई, विश लगाकर आई, पर मेरी ठाकुर की करुणा, उनकी क्रपा देखो, उस पूतना को भी मां की गदी प्रदानजो मुक्ति यशोदा मैया को बाद में मिलेगी वो पूतना को पहले ही मिल गई है ना आश्चर्य की बात हैहे गोव्यां हे गोपा राधावल्लह मदन गोपाहे गोव्यां हे गोपा राधावल्लह मदन गोपा
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật