उपू!
उपू!
ए!
ए!
मेरे सनंग मुझे को तेरी कसंग
ओ! तेरी कसंग, ओ! पेरे सनंग, ओ! तेरी कसंग
मुझे को तेरी कसंग,
मेरे सनंग
मुझे को तेरी कसंग
सुझते भिधड़ के मर जाएगे हम
के मरने से पहले जीले जरा हम
मेरे सनंग,
मुझे को तेरी कसंग, ओ! मेरे सनंग, ओ! तेरी कसंग
ऐसी लगी है
ये दिल की लगी
सावन कई बरसे
ये ना बुझी
तो उसका जह बना लूँ