ओम नमः शिवाई
ओम नमः शिवाई
ओम नमः शिवाई
ओम नमः शिवाई
ओम नमः शिवाई
बसम भबूत लगाते हैं
रूप हजारों बनाते हैं
कालों के काल महकाल हैं वो
सारा ये सृष्टी चलाते हैं
बम बम बम
बम बम
बसम भबूत लगाते हैं
रूप हजारों बनाते हैं
कालों के काल महकाल हैं वो
सारा ये सृष्टी चलाते हैं
भोले में भोले लागे ये भोले
रूप ऐसा देखा नहीं
मेरे सम्भू के जटा धारी के
जैसा कोई नहीं
महकाल के जैसा कोई नहीं
मेरे बाबा के जैसा कोई नहीं
नमाशिवायो नमाशिवाय हर हर भोले नमाशिवाय
नमाशिवायो नमाशिवाय हर हर भोले नमाशिवाय
नंदी जिनकी सवारी है नील कंट विस्धारी है
रहते अकेले शम्शान में गाजा चिलंभूत धारी है
बंबंबं बंबंबं
नंदी जिनकी सवारी है नील कंट विस्धारी है
रहते अकेले शम्शान में गाजा चिलंभूत धारी है
शेरा लोहार या शुतोष जुमाए भगती में रम जाए सभी
मेरे शंकर के महादेव के जैसा कोई नहीं
बंबा
बंबम
आरबंगी के जैसा कोई नहीं
बंबम
ओ मेरे बाबा के जैसा कोई नहीं
नमाशिवाय ओम नमाशिवाय हर हर भोले नमाशिवाय
नमाशिवाय ओम नमाशिवाय हर हर भोले नमाशिवाय
नमशिवाय
करते हैं