सुन सुन के तानें यू जमाने के सहे हैं
आखों से आसु नहीं कानों से बए हैं
सुन सुन के तानें यू जमाने के सहे हैं
आखों से आसू नहीं कानों से बहे है
बिश्वास तुम से जिन्दा में मेरा गुरूर है
छोडा ना तुमने हाथ बाग की सब ने छोडा
छोडा ना तुमने हाथ बाग की सब ने छोडा
उनसे ही सुबहा उनसे ही शाम है मेरा तो भरूसा मेरे राम है
उनसे ही सुबहा उनसे ही शाम है मेरा तो भरूसा मेरे राम है
मेरा तो भरूसा मेरे राम है मेरा तो भरूसा मेरे राम है
संतों की बानी पूरी होती तो जरूर है
सिबा धर्म है इनका इसमे क्या कुसूर है
संतों की बानी पूरी होती तो जरूर है
सिबा धर्म है इनका इसमे क्या कुसूर है
ये जीत उनकी है विश्वास जिनको था
जब लूँ तुम्हें तो मिले चारो धाम है
मेरा तो भरुसा मेरे राम है
उनसे ही सुबहा उनसे ही शाम है
मेरा तो भरुसा मेरे राम है
राम का नाम क्या अस्तित्व ही नकार दिया
बुल गए तुमके तुम्हें राम ने आधार
दिया
तन दिया तन को सासे और जीने का सार दिया
उनके एक फैसले ने सबका जीवन तार दिया
तन दिया तन को सासे और जीने का सार दिया
उनके एक फैसले ने सबका जीवन तार दिया
आएंगे पड़ेरों
आएंगे परभू ये आभास जिनको था
सोते जगते उनको मिल राम है
मेरा तो भरूसा मेरे राम है
उनसे ही सुबहा उनसे ही शाम है
मेरा तो भरूसा मेरे राम है
उनसे ही सुबहा उनसे ही शाम है
मेरा तो भरूसा मेरे राम है
उनसे ही सुबहा उनसे ही शाम है
मेरा तो भरूसा मेरे राम है