ये सोटा लेके घूमता
है ठाँच बला के
भगतों ये सोटा लेके घूमता
जब करे वंदनाराम की चर्णों में बैठा जूमता है ठाँच बला के भगतों
ये सोटा लेन सनारव के खॉंप,
भाओं की शुरू ये सोटा लेके घूमता है ठाँच बला के भगतों
ये खोटाले के भूमता
ये सीता जी का प्यारा शिरी राम का दुलारा
शंकर सुमन निराला अजनी आखों का तारा
सब संकत कातने वाला चरलो को जमाना पूजता
थाथ बला के भगतो ये सोटा ले के भूमता
थाथ बला के भगतो ये सोटा ले के भूमता
थाथ बला के भगतो ये सोटा ले के भूमता
ये सोटा ले के भूमता थाथ
ये सोटा ले के भूमता थाथ
संगपेत राज की सेना भैरव जी का क्या कहना
यहाँ संकत सरसर कापता तहें बाबा मुक्ति देना
वैरा की सचे मन से श्रीबाला जी को पूछता
थाथ बला के भगतो
ये
बिराह करने मीचिएझी०