टोटा मोटा खोट जान का गाड़ा होर्या से
या दुनिया चांद पे जाले उठे क्यों नीद में सोर्या से
मारे बीद ने फिर जा देखना खेल नसीब का
मेरा बजरंग बाबा सुना करें से बोल गरीबो का
सचे मन दे अरजिला के बापा तेरी किंश्ट करो
दुख दरदा का तेरा भगत ओ बोचा ढोर्या से
या दुनिया चांद पे जाले उठे क्यों नीद में सोर्या से
सरच जाके ठाँच लगाँगे दिल की पूरी हाँ पिकरें
किसे बात भी की तशर न छोड़ें काम सभी टिपकाँ पिकरें
सोंगे बरगी फसल दिले जा खेटी ओ टीपका
मेरा बजरंग बाबा सुना करें से बोले गरीबो का
कपड़े गेहने गाटी हो जा बड़िया बंगला कोठी रे
पड़लिक छोड़ा यब सर बन जा तन्खा लेगा मोटी रे
न्याऊं मिठाई खाये खोले के पिता टीपका
मेरा बजरंग बाबा सुना करें से बोले गरीबो का
सुरेस मान विसी वास मेरे से हवा से कर में कर बाबा
अपने भगत की सब तरियां ते ठाटी गोज भरें बाबा
ठाटी गोज भरें बाबा उसकी दयां ते सुरेस गुला का
गजब दी थोरा से
यार दुनिया चान्द पे जाली उठी क्यों नींदी मैं सोर्या से