पूछी पूछी पूछी पूछी पूछी पूछी पूछी पूछी
कुछी लम्मी गोरी किती मट के नाल पतर दी
वेलन सब वर्गी
मा खणाव आद आता हूँ
मैं गटन踚ान के लिए
में लनू तोछ वर्गी
काला सूट गोरी दे फबदा कडमी जुत्ती पाई
जीमेगार श्वी परी उतरके तर्ती उत्ते आई
तुर्दी दालक चूट एक खंदा जू मुर्ग फी तर्दी
मैं लड़ सब वर्गी लड़ जू लड़ जू
कर दी मैं लड़ सब वर्गी
लड़ जू लड़ जू कर दी मैं लड़ सब वर्गी
लड़ जू लड़ जू कर दी मैं लड़ सब वर्गी
रभने रीजानाल बनाई ना पतली ना पारी
हर चोपर नू लगदी नखरो चनो बद प्यारी
बड़ा चिड़ोंदी नशान चीली जितन दारू कर दी मैं लड़ सब वर्गी
लड़ जू लड़ जू कर दी मैं लड़ सब वर्गी
तो रिशकीनी लाके पूरी महल खलां विची आई
सब मुद्याने आपस दे विच एको शर्त लगाई
सारे कैन्ट वानेनु क्यों तेरे ते मरदी मैं लड़ सब वर्गी
लड़ जू लड़ जू कर दी मैं लड़ सब वर्गी
लड़ जू लड़ जू कर दी मैं लड़ सब वर्गी
लड़ जू लड़ जू कर दी मैं लड़ सब वर्गी