मेरा आता सज़दा तू ही है
दुआवी मेरी तू सनम
तू जोए मेरी जिन्दगीच
मैं लगदा चंगे कीते होने करम
किंज लफ़जाच बे दसिये किन्ने हाँ वे कुछ नसीब
जो मंगायों ही मिल जे वे कुछ ता है अजीब
किंज लफ़जाच बे दसिये किन्ने हाँ वे कुछ नसीब
जो मंगायों ही मिल जे वे कुछ ता है अजीब सोणे या
महरबार है कुदा वे लगदा मेरे ते महरम
महरबार है कुदा
वे लगदा मेरे ते महरम
मेरे ते महरमाद
हुण तू जो एवे मेरा
मैं करनी की है दौलत
बिन तेरे नाम है साहा
तो चावा कोई मौलत
मेरे दिल दी नगरीच
है बणेया महल तेरा
होमा तेरे लिए जरूरी
बस चावा एही शावरत
जिन्द माहिया जिन्द माहिया
ना जावे खुशिया सांबी वे
जिन्द माहिया जिन्द माहिया मेरे
जिन्द माहिया जिन्द माहिया
बस लमा तेरा ना ही
जिन्द माहिया, जिन्द माहिया, मेरे आधा
मैं चाहत दी हदा तो वद के चामा तेनू
तेरे चेहरें तो इलावा, याद होवे ना कुछ मैनू
हाँ हो गईया मैं पागल, तनू पाके सोणे आवे
काशी जही जी लमा मैं, होश आवे ना हुण मैनू
उन सजना कादा डरवे तुम है ता कीफ करवे जाने किता लासकांगी एहसा
महरवा है खुदा वे लगदा मेरे तेर महरमा
महरवा है खुदा वे लगदा मेरे तेर महरमा