कि
तू
कि यह डिशाय निशा का हो सूना इफ्रक्ट कर दिस्टार्ट बुद्ध कर ल ताकि हम अमरां उस अगर
बागी ताहरा से को बात पूछे के बाग
माजा मिले ला कि ना, पलग ही ले ला कि ना
बड़ा भूस लगा ना रूज
पेट भारा पिया बा, ले ले ला कि ना
हरे लिले ला किना, मजा मिले ला किना, बाला भी ले ला किना
कान खोल कि सुनला जोन बताओ तानी
दरद बढ़ल करेला, पिया मा चड़ल करेला
अच्छा, तब तो खुशा बाड़ू तू
दरद बढ़ल करेला, पिया मा चड़ल करेला
अच्छा, तब तो खुशा बाड़ू तू
दरद बढ़ल करेला, पिया मा चड़ल करेला, अच्छा, तब तो खुशा बाड़ू तू
दरद बढ़ल करेला, पिया मा चड़ल करेला, अच्छा, तब तू
दरद बढ़ल करेला, अच्छा, तब तू
दरद बढ़ल करेला, अच्छा, तब तू
दरद बढ़ल करेला, अच्छा, तब तू
दरद बढ़ल करेला, अच्छा, तब तू
दरद बढ़ल करेला, अच्छा, तब तू
दरद बढ़ल करेला, अच्छा, तब तू