कितूकि यह डिशाय निशा का हो सूना इफ्रक्ट कर दिस्टार्ट बुद्ध कर ल ताकि हम अमरां उस अगरबागी ताहरा से को बात पूछे के बागमाजा मिले ला कि ना, पलग ही ले ला कि नाबड़ा भूस लगा ना रूजपेट भारा पिया बा, ले ले ला कि नाहरे लिले ला किना, मजा मिले ला किना, बाला भी ले ला किनाकान खोल कि सुनला जोन बताओ तानीदरद बढ़ल करेला, पिया मा चड़ल करेलाअच्छा, तब तो खुशा बाड़ू तूदरद बढ़ल करेला, पिया मा चड़ल करेलाअच्छा, तब तो खुशा बाड़ू तूदरद बढ़ल करेला, पिया मा चड़ल करेला, अच्छा, तब तो खुशा बाड़ू तूदरद बढ़ल करेला, पिया मा चड़ल करेला, अच्छा, तब तूदरद बढ़ल करेला, अच्छा, तब तूदरद बढ़ल करेला, अच्छा, तब तूदरद बढ़ल करेला, अच्छा, तब तूदरद बढ़ल करेला, अच्छा, तब तूदरद बढ़ल करेला, अच्छा, तब तूदरद बढ़ल करेला, अच्छा, तब तू