मने नहीं लागे मुरे तोरे बिन
तोरे मयांके भरोसा चाहीवो
मने नहीं लागे मुरे तोरे बिन
तोरेच सुर्था थे दिवानी
नहीं सुहावे मुला अंधे औपानी
तोरेच सुर्था थे दिवानी
नहीं सुहावे मुला अंधे औपानी
तोरे मयां बस मुला चाहेगा मन बस है बस तोरे संग
जीया नहीं लागे मुरे मुरे राजा फिर देके भी तरी मां के समाजा
तोरे मयांके भरोसा चाहेवो मन नहीं लागे मुरे तोरे बिन
तोरे मयां बस मुला चाहेगा मन बस है बस तोरे संग
मयांके डोरी ममुला
ऐसे बांधे मुर सजनी
चोरी चोरी मुर मन मां
ऐसे बसे मुर राणी
साथ जनम के रितय हाँ बदना बधाने मुरे राजा
दिल के पीराला दहीं हटा देवो मन नहीं लागे मुरे तोरे बिन
तोरे
मयां बस मुला चाहेगा मन बस है बस तोरे संग
दिन रात तोरे सुर्ता हाँ थेरे मुर संग वारे
चिंता जन करवो मुर दिवानी तोला बना हाँ मुर राणी
मुर जिंगीला तोरे संग मां महाँ बिता हां मुर दिवानी
मन ला मुर बस तहीं भाईगा मन बस है बस तोरे संग
तोरे चिंता थे दिवानी नहीं सुहाव है मुला अन्हे अवपाणी
जीया नहीं लागे मुरे मुर राजा ये देखे भी तरी मां के समाजा
तोरे मया के बरोसा चाही बो मन नहीं लागे मुरे तोरे बिन
तोरे मया बस मुला चाहीगा मन बस हे बस तोरे संग
तोरे मया के बरोसा चाही बो मन नहीं लागे मुरे तोरे बिन
तोरे मया बस मुला चाहीगा मन बस हे बस तोरे संग