पाठी लगाना होता
पूनी के मुहावा दिल भाई
तो रोधा का बार पाठी लगाना होता
पाठी लगाना होता
निक्स बार पूनी बोतर
बोले ससुरा वा के खेलावा आगे
तेल काईचु आई पिया वा तेलावा आड़े
बोले ससुरा वा के खेलावा आड़े
तेल काईचु आई पिया वा तेलावा आड़े
आगे कि कि कल काओ स या दिल
मुनी के मुहावा देल कोई दो रह दो का बार माठी लागा न भतार
मुनी के मुहावा देल कोई दो रह दो का बार माठी लागा न भतार
कैसे कैसे तोरा छाउली रात मर सूताई लाकौ
एको निन ना सूते देल को रात भर जौ गईलाको
कैसे कैसे तोरा छाउली रात मर सूताई लाकौ
कैसे कैसे तोरा छाउली रात मर सूताई लाकौ
एको निन ना सूते हे देल को रात भर जो गईल को
आगे कैसे साले छाउडी बोला ना बेला ना के मार
मुनी के मुहावा देल कोई दो रह दो का बार माठी लागा ना भतार
मुनी के मुहावा देल कोई दो रह दो का बार माठी लागा ना भतार
मुनी के मुहावा देल कोई दो रह दो का बार माठी लागा ना भतार
उठले जवा भोरे कैसान होला तोरा भी लगे
राते भर में कोहर दिल का आईना से नासे धीला रे
उठले जवा भोरे कैसान होला तोरा भी लगे
राते भर में कोहर दिल का आईना से नासे धीला रे
उठले जवा भोरे कैसान होला तोरा भी लगे
मुनी के मुहावा दिल कोई दोरो दोका बार माठी लागा ना भोतार