बोल कृष्णिक नहीं आकी, बोल मुर्ली धरघनशाम की, मथुरा में माधवे ब्रजे केशव, गोकुल में गोपाले तुहीओ दीनानात दिगंबर दाता, दानी दिन दयाल तुहीओ दीनानात दिगंबर दाता, दानी दिन दयाल तुहीमथुरा में माधवे ब्रजे केशव, गोकुल में गोपाल तुहीदीनानात दिगंबर दाता, दानी दीन दयाल तुहीताने दिन दयाल तुलीदिना ना दिगंबर दाताताने दिन दयाल तुलीओ योग में अमर स्वाद तुझी हैयोग तुझी योगी हट मैंजल निध में तुखान तुझी हैजवी तुझी अमुना तट मैंओ भक्तों का यवतार तुझी हैचिदानंद ग्यानीजवी तुझी अमुना तट मैंकी घट में श्वेद सिला पर शंकर तू है गंगा है शिव के लट में श्वेद सिला पर शंकर तू है गंगा है शिव के लट मेंओ अक्षेवट में यमर सिसू योर मान सरुवर ताल कुही दीना ना दिगंबर दाता दाने दिन दयाल कुहीके लिए सब्सक्राइब कर दोकि लिएकर दोदाना दीजिएकिकि ल बाहृओ अलख निरंजन सामन जस जग करता ओ रय करता तू व्यापक ब्रह्म या नादी हरी हरे निर्मान जग धरता तूओ व्यापक ब्रह्म या नादी हरी हरे निर्मान जग धरता तूओ अलख या गोचर या चर चरा चर है यती आचल वीचर ता तू दामो दर्मरिया दे आत्मा वेद पुरुस दुख हरे ता तूओ दामो दर्मरिया दे आत्मा वेद पुरुस दुख हरे ता तूनाजीता ना मरता है तूनाजीता ना मरता है तूअक्षर भीजे विशाल कुहीदीना ना दिगंबर दाता दाने दें दयाल कुहीजीवन जीव जमीन तु ही है गगन दिवाकर आगय में तुसंपादक निरे लंबे निवारक अंतर प्रेमे विराग में तुसंपादक निरे लंबे निवारक अंतर प्रेमे विराग में तुओसंपादक निरे लंबे निवारक अंतर प्रेमे विराग में तुउस रष्टा दृष्टा सकल तरूबा कारण सफल द्याग में तूदन में इंद्र कुबेर तू ही है दुख निर्धन के भाग में तूओ संतों के अनुराग में तू है संतों के अनुराग में तू है शास्त जवाब सवाल कुलीदीना ला दिगंबर दाता ताने दिन दयाल कुलीदीना ला दिगंबर दाताताने दिन दयाल कुलीजानी दिन दयाल तुझीओ सफल मनोरत करो मेरा मैंप्रभू तेरी शरण आयापवसागर में दूब रहा तेरीओ सफल मनोरत करो मेरा मैंप्रभू तेरी शरण आयापवसागर में दूब रहा तेरीठोकर लगे तरने आयाओ पापी अमितपार आज मैंघिरदे सुध करने आयापाप आपने हरन करे मैंप्रेम से तुम्हें हरन आयाओ पाप आपने हरन करे मैंप्रेम से तुम्हें हरन आयामें हरने आया गुरु शरणदास जो समझ ना आया शरणदास जो समझ ना आया बड़ा विकट चंजाल तुलीदिना ना दिगंबर दाता दाने दिन दयाल तुलीमथुरा में माधावे ब्रज्य केशावे गोखुल में गोपाल तुलीदिना ना दिगंबर दाता दाने दिन दयाल तुलीदिना ना दिगंबर दाने दिन दयाल तुली