वाहिडव साइस आउ आलम जूसरी
मोकलखे मिहखे तिरमतर साइस
साहेब सारी सिंध ते बादल बरसाईस
ओमिसरी मिलाईस खंड़वां गुरुखीरमे
मस्त कलनन्दर लाल सदावसी सिंध मे
सदावसी सिंध मे सदावसी सेवनमे
ओमिसरी मिलाईस खंड़वां गुरुखीरमे
मस्त कलनन्दर लाल सदावसी सिंध मे
सदावसी सेवनमे
धरति जेते वजन धमालू
धरति जेते वजन धमालू
लालन की लजपान सदावसी सिंध मे
सदावसी सिंध मे सदावसी सेवनमे
मस्त कलनन्दर लाल सदावसी सिंध मे
धरति जेते आया सवाली
सदावसी सिंध मे सदावसी सेवनमे
मस्त कलनन्दर लाल सदावसी सिंध मे
भेज कलनन्दर भेज कलनन्दर
भेज माला चामी पर गोला
साथ समाले शिगमा आउ मिया सारंग
बादल ऐ बिगन्यो वजन वजन जहंगम लंग
ओ डूलन विज़र ए जंग रीजी कंगे लागते
भेज कलनन्दर भेज कलनन्दर
बादल ऐ बिगन्यो वजन जहंगम लंग
ओ डूलन विज़र ए जंग रीजी कंगे लागते
सदावसी सिंधुमे सदावसी सेवनमे
हो मस्त कलनन्दर लाल सदावसी सिंधुमे
सदावसी सिंधुमे