मन्जिन्दे कहुचिना अप रुष्वार हमारा है।
तुझाने में करती है। दूर पिनारा है। मन्जिन्दे कहुचिना अप रुष्वार है।
तुझे दल्दे के मारों का।
तुझे दल्दे के मारों का।
मारों को अपभान सहारा जाए।
मेदे की फकत तेरा किसुमात सहारा है।
मन्जिन्दे कहुचिना।
किशमत हमें ने आई।
हे
ये कौन सी दुनिया में, ये कौन सी दुनिया में, किसमत हमें ले आई,
ये कौन सी दुनिया में, ये कौन सी दुनिया में, सुराशि गाउने, जिन्दला सा सिसारा है, मन्जन के पहुना,
खाँचे के चरे अगता, खर्याँ साथ खचकती है।
खर्याँ साथ खचकती है।
खर्याँ साथ खचकती है।
दुश्वाद हमारा है दुम्हान में पैसे और दूस किमारा है।