रूसे लगे तनो राजाजी हमसे बोले ले वो की प्यारे से सुना ये सखी होतमानावा भावे ना भात भाता रसे सुना ये सखी होतमानावा भावे ना भाता रसे सुना ये सखी होताके बंधोला साझे के बाडी हो हमारा के धाके हर दम सुते ने राजाजी भरे कवावी होसैया के खातिर सजल रही ले सुना हम सुर हो सिंगार से सुना ये सखी होतमानावा भावे ना भात भाता रसे सुना ये सखी होतमानावा भावे ना भात भाता रसेसुना ये साखी होहम हुना कबों राहल चाहिले उनका से छान भर दूरे होबिना बता वले राई हर जाईं ता आवेले लेवे जडूरे होहम हुना कबों राहल चाहिले उनका से छान भर दूरे होबिना बता वले राई हर जाईं ता आवेले लेवे जडूरे होजैसे कि भोजन पर उसले सुना लागेला बिना या चारकेसुना ये सखी हो ता मनावा भरे ना भात भता रसेसबकाच सी सुनर, सामर, साजान वा बाड़े ये सकी हमार होघरवा में बाड़े, बिमलेस देवरावा उहो करे ले प्यार होसबकाच सी सुनर, सामर, साजान वा बाड़े ये सकी हमार होसबकाच सी सुनर, सामर, साजान वा बाड़े ये सकी हमार होघरवा में बाड़े आनन्दे बरवा उहो करे ले प्यार होरखे ले हर दम दिल में बसा के मंगर चाहे सुमार केसुना ये सखी हो ता मनावा भरे ना भात भता रसेसुना ये सखी हो ता मनावा भरे ना भात भता रसे