मका सुना है के भागवान?
हाँ सुन रही हूँ
देखा आज सद्धदज़ के कित जाने की तयारी में है तू?
मैं जा रही हूँ मिलकपूर
मिलकपूर?
हाँ
के काम है वहाँ?
बापा जी के दर्शन करके आओंगी
अच्छा?
हाँ
आपको प्रभाद कुछ नहीं रखे आओंगी नहीं है
तुझे पता है?
हाँ अच्छा?
सुना दे
मैंने मत ना रोके पिया काली खोड़ी चली
कैसे सजके चली मेरी रामे कली?
मैंने मत ना रोके पिया काली खोड़ी चली
मन भगती से रोके ये काईदा नहीं
कैसी भगती कारे?
मैंने मत ना रोके पिया काली खोड़ी चली
मेरे माते पिता की शिवा करती नहीं
वो भी जगड़ा करे मैं भी डरती नहीं
हो है सूदे गहाने तू विश्की डाली
मैंने मत ना रोके पिया
काली खोड़ी चली
मैंने मत ना रोके पिता की शिवा करती नहीं हो है सूदे गहाने
तू भी दर्शान करती नहीं हो है सूदे गहाने तू भी दर्शान
करती नहीं हो है सूदे गहाने तू भी दर्शान करती नहीं हो है
सूदे गहाने तू भी दर्शान करती नहीं हो है सूदे ग़ाने त�
मैंने मत ना रोके पिता काली खोड़ी चली
मैंने मत ना रोके पिता काली
खोड़ी चली
शिक्षा मानो बैसिल हरिराम की पावन खुशवु परी अंका गुरुधाव की
शिक्षा मानो
बैसिल हरिराम की पावन खुशवु परी अंका गुरुधाव की
मन मत ना रोके पिया गाली खोड़ी चली
कैसे सज़ के खड़ी लेली रामे कली
मन मत ना रोके पिया गाली खोड़ी चली