राजा हो गर्मी से बड़ी परिसान बनी हो
सही में का हो हाँ हो कौन उपाय करना
अच्छा रूका कोई जुगार करता है
दीकत का वान धानी हम के बताव
हाथ में लेके तू पेना डोलाव
दीकत का वान धानी हम के बताव
हाथ में लेके तू पेना डोलाव
गर्मी से राजा परिसान हम बनी हो
बिसल हेरी के पानी से धोवा जवानी हो
बिसल हेरी के पानी से धोवा जवानी हो
एसी कूलर पंखा पिया को रता नकाम हो
दुपावा में करिया परिसान हो
बिला पिला मां जाए धोनी मौन रही ताजा
मेली आराम तो रहोई न साजा
धाम जब परतावे छोपा जच्छानी हो
बिसल हेरी के पानी से धोवा जवानी हो
बिसल हेरी के पानी से धोवा जवानी हो
बिसल हेरी के पानी से धोवा जवानी हो
जीत के पानी से धोवा जावा निहाँ
कुमहर संदेश कोईल में कपड़ा होता
पिये भी को रोम के तो निना बुझाता
ऐसे बोला ना धानी हो मुँँ चमकाई
आवा गोमची से तोहरा के हावा खियाई
सहासत में बड़े बड़े तोहरा जाना निहाँ
बिसो लेरी के पानी से धोवा जावा निहाँ
बिसो लेरी के पानी से धोवा जावा निहाँ
बिसो लेरी के पानी से धोवा जावा निहाँ