क्या मानस मार जवानी दिन रात जीगर में खटके
ओ तेरे जैसी कजब हूर पे मानस मर जा कटकटके
हरे क्या मानस मार जवानी दिन रात जीगर में खटके
ओ तेरे जैसी कजब हूर पे मानस मर जा कटकटके
गड़ी बहमोताने ठाली चल चालिक जब मत्वाली
गड़ी बहमोताने ठाली चल चालिक जब मत्वाली
क्या नागन बरेग चोटी दुहुंगेत नीचे लटके
ओ तेरे जैसी कजब हूर पे मानस मर जा कट कटके
क्या नागन बरेग चोटी दुहुंगेत नीचे लटके
ओ तेरे जैसी कजब हूर पे मानस मर जा कट कटके
ओ तेरे जैसी कटके
क्या नागन बरेग चोटी दुहुंगेत नीचे लटके
क्या नागन बरेग चोटी दुहुंगेत
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