एक जणा
शिव के बहुत बड़ा एक भगत बड़े
लेकिन उनका धर्मपत्री जनबारी
उनका पत्री जणबारी कहे ली की सब काम धन्दा
चोड़के और उना शिव चर्चा में चल लेता नी
कि गुरु के चरन में जाए की हमरे अतना सांती मिलेला
हम यह चाहोता नी
कि जब शिव चर्चा कहा होके और गुरु जी के दर्बार में
तुहूं हमरे संगे चलो
गुरु जीके उस्यर्बाद होईत तो शब दूख दूर होजाई
कि कैसे समझाओ तरे
अको हत बाड़े
कि मुक्ती बनावे चला
कुरुके सरणिया हो
मलकिनिया हमरी ना
कि मुक्ती बनावे चला
कुरुके सरणिया हो मलकिनिया हमरी ना
सवर जाई जिन्दगनिया हो मलकिनिया हमरी ना
सवर जाई जिन्दगनिया हो मलकिनिया हमरी ना
हो जाई निहाल दैना पाके तोर सद्दा हो मलकिनिया हमरी ना
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सवर � 카ई ही जिन्द
मलकिनीया हमरीना
हो मलतिन्या हमने ना
जय हो जय हो
सावन जयी जिन्दर गन्या हो मलतिन्या हमरे ना
गुरुजी के भख्ति में एक बमन तूप वैल बा
कि है गुरुवर किरपा करोग अशिर्बाद देखोग
सम्जावतरे कहतरे
कैसे हो भईया
देव के देव महा देव हवन दाने
देव हवन दाने हो देव हवन दाने
भज़ियाचा कावस टुखवा हरस सुनले बानी
देव के देव महा देव हवन दाने
हाउरी कहते रहैं
पाप कौटी जाला सगरी छूवते चरणिया हो मलकिनिया हमरीना
सवर जाई चिंदगनिया हो मलकिनिया हमरीना
सवर जाई चिंदगनिया हो मलकिनिया हमरीना
जाई जिंदगनिया हो मलकिनिया हमरीना
सवर जाई जिंदगनिया हो मलकिनिया हमरीना
और यह कहले कि सुनो
हमर बात मानो
मानो मानो
गुरुजी के चरण में चलबू
बुला विशबास बाकि
कि कहर के जब दूख बाँ
सब दूर हो जाए
और यह कहले कि सुनो
माई माया पारे उठी करें
अमरा कहनी आहो मलकी नियाहमरीना
सवर जाई जिन्दगनियाहो मलकी नियाहमरीना
सवर जाई जिन्दगनियाहो मलकी नियाहमरीना
जय हो गुरुजी
सभे लोग जूमें सभे लोग
ताली बजा बजा के सभे लोग गुरुजी के गुरगान का ले
हो मलकी नियाहमरीना
पहले कि सुनो
नामः चाराचा होधी नामामे चाराचा
नामः शिवके चापकरी हो नैखे कोणो कारचा
भोरावा में ताला मंगी हो दीनावा में चाराचा
नामः शिवके चापकरी हो नैखे कोणो कारचा
एइ
अवरी कहले कि सुनो
साकर सुपास सीतल
साकर सुपास आज
सुनो
मुक्ती बनावे चला
तो सब पत होई
जिन्दगनिया हो मलकिनिया हमरीना
समर जाई जिन्दगनिया हो मलकिनिया हमरीना