गाँग के नरावत तुर को रहे आसानाना
गॉल रही सातूरे बहीनीया
के नत के नत यावाहे राये भावनी के खोजलाव जाई के मॉलीनीया
बाख रोग प्रितव
खार गोईली सातो बहीना नत याना भेटाई
औचोके में जाने कहां बाते उहे राये
जदी नहीं लाई बुतर उस जई हे माया,
काई से में होई नावारातर के पुझाई आ
कोई समे होई नवा रात के पुजाईया
लिक्के मन दोला गितर गबेली रजाली