जुटो के दिश्टान भाग होता नी
जुड़ी खोट कावत बाने
सोची सोची हाँ मर दिमाग होता पहागल
भगिया में हो गिया सखिरे हमरा लागो
पापा के इजट बच्छवत बनी
जुटो के दिश्टान भाग होता नी
मुझबूरी में चूड़ी खोण कावत बनी
जुटो के दिश्टान भाग होता नी
मुझबूरी में चूड़ी खोण कावत बनी
मौरद बेहाया मिललो हमके
तूटल बाबोजा सखी रहे गमके
मौरद बेहाया मिललो हमके
तूटल बाबोजा सखी रहे गमके
कोके बिया हो पछता बहतानी
दोस भोगिया कहे बाता बहतानी
मौजबूरी में चूडी खाने का बातानी
दोस भोगिया कहे बाता बहतानी
माझे बोड़े मैं चूड़े खान कावत बाने
सोवक्ति नार कुछ कर लेना पूड़ा
सोचन सपना रहगा ये आधोरा
सोवक्ति नार कुछ कर लेना पूड़ा
सोचन सपना रहगा ये आधोरा
प्रिया दर्शिलो रधर कावतानी
सिर्पी के दुखारा गावतानी
माझा बूरी मैं चूड़े खान कावतानी
सिर्पी के दुखारा गावतानी
मज़ा बोरे मैं छोड़े खाने कावत बाने