मिले खाती रातीमिले खाती रातीआई के जारा मैं मुर्म जन्वा के मारा लामुर्म जन्वा के मारा लामुर्म जन्वा के मारा लामैं मुर्म जन्वा के मारा लामहन कर महर जाई खाई के जारा लामैं मुर्म जन्वा के मारा लामुर्म जन्वा के मारा लाजाओ ना घड़ी छाच पबारारी रहुए चरहल, निल कमल भी बेहकी जी के मन राहे बहर हलपुलल बाटे योखिया, तो ही कारे सखिया, हमारो के सुनी ठासे जरहलमहन कर महर जाई खाई के जहरा बाहर, माई मुर्म जानु आके मारा बाहरमहन कर महन कर माई मुर्म जानु आके मारा बाहर