जनम हमार पनालेबा बोड़ी
गाबुझाये
सबकासे टाप पाते दाउडे में
जैसे हुबास माती चाउडे में
मेहनात कैले बाद, सीना बानाईले बाद
हाईया लॉंग जांप आउडे में
गजब के हाई,
छेहरा पलाइते असमाइल बाद,
हमर जन्वा होम गाड में छुनाइल बाद
हमर जन्वा होम गाड में छुनाइल बाद
उकरामे लगे जुनून बाते है,
बर्दी पे लेके मन में थून बाते है,
बुड़ संग चाना, रोभित रोजाना सुनाखाइल बाद,
हमर जन्वा होम गाड में छुनाइल बाद,