मैं तो सिर्फ लिखा रहा हूँ
मैं तो सावरे के रंग राजी
मैं तो सावरे के रंग राजी
साजे सिंगार बांधी
पग घुंगरू
साजे सिंगार बांधी
पग घुंगरू
लोक राज तजी राजी
मैं तो सावरे के रंग राजी
मैं तो सावरे के रंग राजी
मैं तो सावरे के रंग राजी
मैं तो साजे सिंगार बांधी
गई कुछती लवे साझु की संतती
भगत रूप भै साजी
काय काय हर के गुण निस दिन
काय काय हर केि गुण निस दिन
काल ब्याल सिम्माची
काल ब्याल सिम्माची
मैं तो सावरे के रंगराजी
मैं तो सावरे के रंगराजी
उन बिन सब जग खारो लागत
आरवात सब अचे
उन बिन सब जग खारो लागत
आर बात सब गांचे
उन बिन सब जग घारों लांगत
आर बात सब गांचे
मेरा श्री गिरी धर्न लालसो
मेरा श्री गिरी धर्न लालसो
भगते रसे ने जाचे
मैं तो सावरे के रंग राची
मैं तो सावरे के रंग राची
साजे सिंकार बांधी पग घुंगरों
योग लाज तजी राची
मैं तो सावरे के रंग राची
मैं तो सावरे के रंग राची
मैं तो सावरे के रंग राची
मैं तो सावरे के रंग राची
मैं तो सावरे के रंग राची
मैं तो सावरे के रंग राची
मैं तो सावरे के रंग राची
मैं तो सावरे के रंग राजी