मैं तो पंजे तन का उलाम हूँमैं फकीर खेर अल अनाम हूँमैं तो पंजे तन का उलाम हूँमैं फकीर खेर अल अनाम हूँमैं तो पंजे तन का उलाम हूँमुझे इश्क है तो खुदा से हैमुझे इश्क है तो रसूल सेये करम है हो बेबतूल कामेरे मूँ से आए महक सदाजो मैं नाम लूँ तेरा जूम केमैं तो पंजे तन का उलाम हूँमैं फकीर खेर अल अनाम हूँमैं तो पंजे तन का उलाम हूँमुझे इश्क सर रोज का मन से हैमुझे इश्क सारे चमन से हैमुझे इश्क उनकी गली से हैमुझे इश्ट उन के वतन से हैमुझे इश्क है तो अली से हैमुझे इश्क है तो हसन से हैमुझे इश्क है तो हुसेन सेमुझे इश्क शाह za बन से हैमैं तो बन जे तन का उलाम हूँमैं फकीर खेर खनाम हूँमैं तो बन जे तन का उलाम हूँमेरा शेर क्या मेरा जिकर क्यामेरी बात क्या मेरी फिकर क्यामेरी बात उनके सबब से हैमेरा शेर उनके अदब से हैमेरा जिकर उनके तुफैल सेमेरी फिकर उनके तुफैल सेकहां मुझे में इतनी सकत भलाके हो मन का बत का बिहक दामैं तो पंजे तन का उलाम हूँमैं फकीर खैल अनाम हूँमैं तो पंजे तन का उलाम हूँहुआ केसे तन से वो सर जुदाजहां इश्व हो वही करबलामेरी बात उन ही की बात हैमेरे सामने वही जात हैवही जिन को शेरे खुदा कहेंजिन है बाब सल अला कहेंवही जिन को आओले नभी कहेंवही जिन को जात अली कहेंकहीं पोखता है मैं तो खाम हूँमैं तो पंजे तन का उलाम हूँमैं फकीर खेर अनाम हूँमैं तो पंजे तन का उलाम हूँमैं फकीर खेर अनाम हूँमैं तो पंजे तन का उलाम हूँ