जग जंजाल की छोड़ के माया
लोट के मैं बहार आया
जग से बंधन मैं तोड़ के लाया
लोट के मैं बहार आया
इन पहाडों में वसती है जान मेरी
ये है शान मेरी ये है पहचान मेरी
इन पहाडों में वसती है जान मेरी
ये है शान मेरी ये है पहचान मेरी
उची पहाडियां थंदी हवाएं
खोल के बाही पास बुलाएं
गाऊं से जब भी मैं आता हूँ वापस गाऊं की मुझे आद सताएं
उची पहाडियां थंदी हवाएं खोल के बाही पास बुलाएं
गाऊं से जब भी मैं आता हूँ वापस गाऊं की मुझे आद सताएं
जग जनजाल की छोड के माया लोट के मैं पहाड आया
जग से बंधन मैं तोड के लाया लोट के मैं पहाड आया
मौसम शहरों से बड़ीया अपने गैरों से बड़ीया पानी
आरों से बड़ीया दगड़िया यारों से बड़ीया
मौसम शहरों से बड़ीया अपने गैरों से बड़ीया पानी
आरों से बड़ीया दगड़िया यारों से बड़ीया
गुला है आसमा थंडी ये राते हैं
घर के आंगन में बच्चपन की यादे हैं
पेडों से खेतों में देहि साब कूदना
बादी की गोदी में सोके आखे मूदना
उची पहाडिया थंडी हवाए
खोल के बाही पास बुलाएं गाँँ से जब भी
मैं आता हूँ आपस गाँँ की मुझे याद सताएं
उची पहाडिया थंडी हवाएं खोल के बाही पास बुलाएं गाँँ
से जब भी मैं आता हूँ आपस गाँँ की मुझे याद सताएं
जग जञ्ञाल की छोड़ के माया लोट के मैं पहाड़ आया
जग से बंधन मैं तोड के लाया लोट के मैं पहाड़ आया
मैं पहाड़ आया