तुम्हें उठो लजोबी अखेदारे आँ
तुम्हें उठो लजोबी अखेदारे आँ
जेड़ी गल कोलू मैं तु हुडे दारे आँ
जेड़ी गल कोलू मैं
जेड़ी गल कोलू मैं
जेड़ी गल कोलू मैं
जाने में
तुम्हें उठो लजोबी अखेदारे आँ
जेड़ी गल कोलू मैं
जाने में
जेड़ी गल कोलू मैं
मैं मनी दोरिया
देहनु रात आखेयी मैं विरात आखेया
हुणताई मनिया जो तेरी जाता खेया
मुश्किला सह गया तेन जणाया भी नहीं
इत उफत तक नहीं जो हलात आखेया
मैं लुटी दारे आखेया
तु लुटे दारे आखेया
मैं लुटी दारे आखेया
तु लुटे दारे आखेया
तु अके दारे आखेया
मैं मने दारे आखेया
तु अके दारे आखेया
मैं मने दारे आखेया
तु मैंनु ढोला जो भी
मैंने बता भी नहीं क्यों खफा हो गिया
क्यों तु मेरे कोनों इज जुदा हो गिया
ऐसी वैसी कोई गल्ती की दी भी नहीं
क्यों जुदा हो गया मैं तवा हो गया
जढ़ तु रुके आविनों
टन रुके दारिया
जढ़ तु रुके आविनों
तन रुके दार्यां दूँ अखे दार्यां मैं मने दार्यां
और � Pipi अखे दार्यां मैं मने दार्यां दूँ मैंनू ढोला जो भी
मेरी मजबूरी तू पैद जाए ही नी
मैंनों ही जेरांदे क्यों रोग लाए ही नी
देके अखीयानों के शेवर जुकावे काई
नेन हस्म देमे क्यों रुआ आए ही नी
तू खड़ी दार्यां मैं गुले दार्यां
तू खड़ी दार्यां मैं गुले दार्यां
तू अखेदार्यां
मैं मने दारिया तू अखे दारिया
मैं मने दारिया
मैं मने दारिया