मैं अपनी जिन्दगी भी तुझ पे जो लुटा होगा
मैं अपनी जिन्दगी भी तुझ पे जो लुटा होगा
तीरे हिसानों का बदला
चुका ना पाओगा
मैं अपनी जिन्दगी भी तुझ पे जो लुटा होगा
तीरे हिसानों का बदला
चुका ना पाओगा
प्रश्या ना पाओगा
मैं तेरी पूजा में जो उम्र भी बिताओंगा
तीरे हिसानों का
बदला
चुका ना पाओगा
मेरे
जिगर का ही टुकडा है
ये भाई मेरा
मक्त चांद के जैसा है ये मुखडा तेरा
हमारे
आसपास अब नहीं है अन्धेरा
तोड़के मैं लाओंगा
गगन सितारे भी जो
तोड़के मैं लाओंगा
तीरे
हिसानों का बदला चुका ना पाओगा
मैं अपने प्यार के साए में तुझ को पाओगा
घमों की धूप से तुझ को
सदा समहा लूगा
जो फर्ज माता पिता का भी मैं निभाओंगा
जो फर्ज माता पिता का भी मैं निभाओंगा
जो फर्ज माता पिता का भी मैं निभाओंगा
जो फर्ज माता पिता का भी मैं निभाओंगा
जो फर्ज माता
पिता का भी मैं निभाओंगा
जो फर्ज माता पिता का भी मैं निभाओंगा