Nhạc sĩ: Suresh Gola
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अरे भागवान, कह दे, मन एक बत बता, दुनिया के पत्ती जब बार पे आओंगे, तो पत्ती आते ही उसका सेहरा एकदम बड़ा खुश होता है, फोल की तनिया खिल जाता है, लेकिन मेरे आते ही, तेरे मात्र में तीन तीन बल पड़ रहे हैं, तीन तीन बल, के बात, के ना
नाराज़ की, नाराज़ की, आज तक मैंने कुछ कहा दी, लेकिन आज कती भी नहीं चुकूँगी, और अपने दिल की बात कहेंगे रहूँगी, सुन मेरी बात, के कोई जर्मे रायडा हो गया के, ना सुन मेरी बात, माने कोड़नी, कहँगी, कहूँगी, कहूँगी, वे �
रे धोका हो गया मेरी गैल
रे धोका हो गया मेरी गैल
रे धोका हो गया मेरी गैल
मैं अंगरेजी पढ़ी लिखी पिया तू से चोथी फेल
चोबो वै क्यों बोला के सेल
ते हो गया जो अनपढ़ रह गया मानसू मैं छेल
रे धोका हो गया मेरी गैल
मैं अंगरेजी पढ़ी लिखी पिया तू से चोथी फेल
चोबो वै क्यों बोला के सेल
ते हो गया जो अनपढ़ रह गया मानसू मैं छेल
ते हो गया जो अनपड रह गया माने सू मैं छैल
मैं कच्ची
मैं कच्ची कचनार
मेरा प्यागिया बरगा गात
उठा ली
प्यागिया बरगा गात
उठा ली पड़ी रह से गोरी मैं काम करो दिन रात
हाई मैं कच्ची कचनार मेरा प्यागिया बरगा गात
उठा ली पड़ी रह से गोरी मैं काम करो दिन रात
उठा ली पड़ी रह से गोरी मैं काम करो दिन रात
हाई मैं कच्ची कचनार मेरा प्यागिया बरगा गात
तू ठाली पड़ी रह से,
गोरी मैं काम करूँ,
दिन रात कमाऊं,
कमाऊं,
कमाऊँ शू मैं बन केबैल,
के अहो गया जो अनपड रह गया,
मानेशू मैं छेल.
न धोता हो गया मेरी गैल,
मैं अंग्रेजी पढिल की
पिया तूसै तऊथी फैयल,
या धोपा हो गया मेरी गैल हो
आदनी दादा सिर्भानन्द जी सिरी स्याम धरंता ता भोड़ा कलासे
जो 31 सर पेसे पूरी पालिटी को आशिर्वा दे रहे हैं
दादा जी का बहुत बहुत धन्वाद
वल्डाई एक्स्चर पढ़के गोरी करली गणी मरो
आरे तेरा मेरा मेल मिले
ना भाग दिये मेरे फोड
वल्डाई एक्शर पढ़के गोरी करली गणी मरो
आरे तेरा मेरा मेल मिले
ना भाग दिये मेरे फोड
मैं अंगरेजी पढ़ी लिखी पिया
तू से चोड़ थी फेल
तो बै क्यों बोल या कैसे एल
के हो गया जो अनपड रह गया माने सूमे छेल
न धोका हो गया मेरी गैल हो
हाँ में बागा की खोयल सूधें काग टिगल मैं बान
धर सारा कुणवा देखने आया मैं लग्या ईद का चांद
फर सारा कुणवा देखने आया मैं लग्या ईद का चांद
हाँ में बागा की खोयल सूधें काग टिगल मैं बान
हर सारा कुनवा देखने आया मैं लग्या ईद का चांद ईवतने आवने लगी शिमेल
के हो गया जो अनपड रह गया मानसू में छैल चुबो बै क्यूं बोल या केशेल
के हो गया जो अनपड रह गया मानसू में छैल रघो का हो गया मेरी गैल
मौन प्रॉपर्टीज प्लाव बाद की पुर से अवेवर खजान सिंह वह रजय सिंह नंबरतार इत्यां बांच
जरूर बेशन कजाकारों का मानसू शमान कर रहें मम्त प्रॉपर्टीज का बहुत धन्यवाद है
तू सीख लिए कविताई
सुसील काड़ा की ढाड़ा
तू सीख लिए कविताई
अडे खोशड़ा बाजे
घर में रहती रोज लड़ाई
सुसील काड़ा की ढाड़ा
तू सीख लिए कविताई
सुसील काड़ा की ढाड़ा
तू सीख लिए कविताई
बजाओं बजाओं बजाओं फिर मैं तेरी तैल
मैं अंग्रेजी पढीली की पिया तूसे जौ थी फैल
सुखो वे क्यो बोला के सेल
यह � foolish जो अन पढ़ रह गया मान सूम छैल
यह धोपा हो गया मेरी गेल
मैं अंग्रेजी पढ़ी लिखी पिया तू से जो थी फेल
तो वै क्यों बोला के सेल
ये हो गया जो अनपढ़ रह गया माने सूमे छेल
रगो पा हो गया मेरी गैल