बोला बोला दुरुगा मैया की
पितरी पे सोना के पानी भावानी तुहीं ता चड़ाईलो
तुहीं ता चड़ाईलो
जे कर रहे सहारा नाई भगिया वो कर जगईलो
माई हमरों के राख चरण में जैसे
पितरी पे सोना के पानी भवानी तुहीं ता चड़ाईलो
माई हमरों के राखा चरण में जैसे अड़ाउल के अपनाईलू
दीन रात रहती ही तोहरा आजरा के छाओ में जैसे रहे लायड़ाउल मैया तोहरे पावों में
दीन रात रहती ही तोहरा आजरा के छाओ में जैसे रहे लायड़ाउल
दीन रात रहती ही तोहरा आजरा के छाओ में जैसे रहे लायड़ाउल
मैया तोहरे पावों में
तो हरे पाव में जे भी तो हसे आस लगावल सबके सपन सजाईलू
माई हमरों के राखों चरण में जैसे और उलके अपनाईलू
माई हमरों के राखों चरण में जैसे और उलके अपनाईलू
सेवका सुबास सुहाना करे कर जोर हो
और जुन के मन कबो करि होना ही थो
तोहरे चरण में आईल जे भी मंजिर तक पहुँचे लू
तोहरे चरण में आईल जे भी मंजिर तक पहुँचे लू
माई हमरों के राखों चरण में जैसे और उलके अपनाईलू
तोहरे चरण में आईल जे भी मंजिर तक पहुँचे लू
माई हमरो के राखो चरण में जैसे अड़ा उलके अपनाईलू