महिमा
महानी बाते से राबा मय्या
से राबा मय्या के जोदी ताना बगान कोरे
है तीनो लोग पुझज़ईया के महिमा महानी बाते
से राबा मय्या के महिमा महानी बाते
सेरा बाद मईया के
महमा महमा जो
अंधेरा बाद मईया के
पुजले भागा बान सिरी राम हो
बाड गई बाई रोते
पीरहान मान हो
काल कहाई पुर सिष्ट चलाई छन में दूख हरेला
भी पत में परल समय के
महमा महमा महान बाते
सेरा बाद मईया के महमा महान बाते
गोरे गोरे नामी में काल साधराला
दूख हो बेला तू
चरनों में जाला
जहम महरानी सुई जग कल्यान पाद लगाता है
याँ भुपत मौनुगा बैया के
महमा महमा महान बाते सेरा बाद मईया के