मेरे आंग किसे दी दुनिया शाला जुड़े न जाए।एक एक दड़ी विछाडे गे मेनु मौत नजर पैयाए।माही कै गया मिलंगम पैरापू।माही कै गया मिलंगम पैरापू।मिलंगम पैरापू।मिलंगम पैरापू।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिनगम पे राते।माही के गया मिल लंगा में पेड़ा के