ओम जै शिव जै माहा का
स्वामी जै शम्भू माहा का
जो तिरलिंग स्वरूपा
तुम कालों के का
ओम जै शिव जै माहा का
ओम जै शिव जै माहा का
स्वामी जै शम्भू माहा का
जो तिरलिंग स्वरूपा
तुम कालों के का
ओम जै शिव जै माहा का
जो तिरलिंग स्वरूपा
ओम जै शिव जै माहा का
स्वामी जै माहा का
पाल को
पाल को
ओं जय शिव जय महा धान
तुम भी मेश्वर देवा तुमका शिव श्वना
गोमती थट त्रम केश्वर दारुग वन नागना
ओं जय शिव जय महा धान
हाथ जोड तेरे द्वारे काल खड़ाला चार
सुर नर असुर चराचर
सब के हो करता
ओं जय शिव जय महा धान
चिता भस्म से तेरो नित नित हो शिंगार
नित नित हो शिंगार
भक्तन का मन मोहे
भक्तन का मन मोहे
तेरो रूप निहार
ओं जय शिव जय महा धान
भस्म आरती तेरी अद्भुत है भगवन
अद्भुत है भगवन
भाग्यवान नर नारी
पाएं शुभ दर्शन
ओं जय शिव जय महा धान
ओं जय शिव जय महा धान
दर्शन
साथ में गण पति गोरा
कार्तिक है देवा
द्वार खड़े है ननवर
द्वार खड़े है दंदी नित उठ करें सेवा
ओम जै शिव जै महाकार
जो जन्दे तेरा दर्शन शद्धा से कर जाए
शद्धा से कर जाए
मृत्यु अकाल ना आए
मृत्यु अकाल ना आए
मृत्यु अकाल ना आए
सुख वैभव पा जाए
ओम जै शिव जै महाकार
महाकाल जी की आरती
जो ना आए
जो नर नारी गाए
भाव से जो भी मांगे
मन इच्छा फल पाए
ओम जै शिव जै महाकार
ओम जै शिव जै महाकार
स्वामि जै शंभू महाकार
जो तिर लिंग स्वरूपा
जो तिर लिंग स्वरूपा
तुम कालों के कार
ओम जै शिव जै महाकार
ओम जै शिव जै महाकार
जो तिरलिंग स्वरूपा तुम कारों के कार
ओम जय शिव जय महतार