दिन्चकनाग धिन्दिन्चकनाग धिन्दिन्चकनाग धिन्नाग धिन्
बजाओ रे ताले ताल आचाओ रे ताले तालाखे छाऊँ बळा पेट पूरिये
बजाओ रे ताले ताल आचाओ रे ताले तालाखे छाऊँ बळा पेट पूरिये
ए शोरिवि रिजेलै जोधी ख़बान निजे नाए केनाँ हिशेबुटा पुषिये
पर जखनी जाप पर जखनी जाप ए जाबे तकनी ताहिशे बोरे तो किछु लाब नेई ए पृति विश्ववावे तो विति विदा बोरे जाबे सुर्चे आलुज्य कोई नेई
महाका
महाका
महाका
महाका
गनतंतरि नामे चोल्चे जे आजे देश्टाके निये गन धर्सुन
गनतंतरि नामे चोल्चे जे आजे देश्टाके निये गन धर्सुन
अरे लूटे नाओ के नाओ कंगला वानिये दाउ सुनारी देश्टाके
ओहे मुन्ति गन ओहे नेता गन
वोहे मुन्तिगन वोहे नेतागन
शासन्ता दिले दिले हारिये फेलेचे एई पंगुर देशेरे इपु शासन
शासनेर रावे पड़े शुसुनेर तबलेचे जतो आचे दूर बल्यनुगन
महाका
महाका
महाका
महाका
पंगु शमाज आज दिछे जे ताई डाग बेकारोद्ध शुदु निपाध जाग
निपाध जाग
निपाध जाग
पंगु शमाज आज दिछे जे ताई डाग बेकारोद्ध शुदु निपाध जाग
अई बेकार छेले के निये चिन्ताटा कोरे एई सुईसाइट कोरे एई समाजेर बाबा आज।
मेरु दन्न ही सुक्न प्रेमिक दल दिये चले भागवक धिक्कार आज।
पैशा पकेटे नेई पेम्तुबु करा चाई दुदेर साथ जैसुदु खोलेते मिटिये जाए महाकाल।
रोङ्ग नई चश्मार फाक दिये देखे जारे नक्न समाजेर चेहराटा।
रोग्तेरी भॉली खेले नक्न नितार दल इतियाश दिछे फश्व वार्थाटा।
तिनेरी आलोते रोग्तेरी खेला चले गरमे गरमे फटो ओई नुन्दिग गरमे ते।
आरे ना ना ना ना ना आरे ना ना ना ना ना ना एई उश्चाँतो बान्गलाता शान्तो एवार हवे झोरे बेना रक्तो टाकारो आर वोई सुनो सुना जाए शान्तीरे बानि आज रोविंद्र नचरूल गाने ते ताई
मोहाका