महादेवा
महादेवा शंभो
उपर के लाशा भोडा मेरा वसदाए
गोरा मानाल बड़ा ही बांका जचदाए
उपर के लाशा भोडा मेरा वसदाए
गोरा मानाल बड़ा ही बांका जचदाए
उपर के लाशा भोडा मेरा वसदाए
गोरा मानाल बड़ा ही बांका जचदाए
बर्बत सोहे पार्वती शंकर के लाशा
भांगद तूरे का भोजन भोले बसमी में वासा
महादेवा
तेरी महिमा बड़ी निराली भोले भंडारी
तूने तारी दुनिया सारी भोले भंडारी
तूने ताری दुनिया सारी भोले भंडारी
तेरी दुनिया बड़ी निराली
भोले भंडारी
तूने तारी बड़ी निराली भोले
भंडारी तूने तारी बड़ी निराली भंडारी तूने
तारी बड़ी निराली भंडारी तूने तारी बड़ी निराली भंडारी तूने
तारी बड़ी निराली भंडारी तूने तारी बड़ी निराली भंडारी तूने तारी बड़ी
एक नहीं कोई तुझ को होले दुनिया सारी प्यारी है
तीन लोक का स्वामी उज में शिष्ट समाई सारी है
पैठ ध्यान में भोडा कला रेंदा है
म्रिगशाला ओडे तू प्यारा लगदा है
एक हाथ मिले के तृशूल दूझे हाथ से डमरू बजानदा है
महादेवा