सम्मोहर पठ़ाडि लाके मुड़ा खोजे लूँ
मुड़ा खोजे लूँ
मुड़ा खोजे लूँ
हर जवाने के दुकान हो ये
सारा मोहन लाके जान होई
आज ले ना के हो छुवले बाद
सब कला असमान होई
कोबना चीजी अधूरा खोजे लू
ठीक ठाक रोहे ना बूरा खोजे लू
जोबन पावे लू आधा तो पूरा खोजे लू
कमची लो महण बचड़ी आके मूरा खोजे लू
कमची लो महण बचड़ी आके मूरा खोजे लू
कमची लो महण बचड़ी आके मूरा खोजे लू
कहर पच्छा दर
आखे मुदी के ये गोरी हाँ
कहो के जी भी आँ
वत देखानी
अंदर जाते है गोरी हाँ
दाते से तदीआ
वत देखानी
देवधी ना तो हर फारी पंसा कारी है
इसो पेश्च नहीं जनी सकारी है
कोलर में काला ना भूरा खोजे लू
वत देखाती गोरी हो छूरा खोजे लू
ना छूप रहा बागा
जो हम पाबे लू आधा तो पूरा खोजे लू, लमहर बच्छरिया के मूडा खोजे लू
विराति के होखे खाति पो, जाने नितु का करावे लू हो, पूरा उघारिके लाइट बरिके, आसिस के देखावे लू हो
एइ, सुना, एइ, सुना, काना परावना आवाटु पास, बड़ा खास होबे हमर अभिलास
पालिके
नलाबे आगे जुड़ा खोजे लू, लेकेला चीज़ मोरी पूरा खोजे लू, धेर बोल बलो
जवन पावे लू आधा तो पूरा खोजे लू, लमहर मच्छरिया के मूडा खोजे लू
सब ले जा, सब ले जा, अरी का हो