एंटिन जंग और लावडी
पर गया फांडी
आणिंग जो पाड़ी गया
और वो पर परणाएँ
वो पर परणाएं गया
आज
वो परणाएं गया
वो परणाएं गया
वो परणाएं गया
वो परणाएं गया
दिल का दिया क्यों ये बोच्छा
क्या थी वो आग तेरे जाते ही जो गई
आवारा साथ आवारा था
आवार ही में ही काम का तेरे दर फिरा
फिरा दो ये दागों से सीदो मेरे दिल ओ जान
एसे करो ना ये नाजब मेरे दिल पे वाद
माही आद
केसी
केसी
केसी
केसी
कैसे होती थी वो सेर सेर पे तुमारी निगाहों के रास्ते
रास्ते
गुम जाते थे किस गली किस गडी जाने जा हम तुमारे ही वास्ते
कैसे जीया
कैसे जीया
कैसे जीया
मेरा जीया
आश्क किया,
हारा पिया
नहीं थी खबर के है ये जूआ एतिशनगी
हारा तो हारा कहीं का ना रहा मैं जान
पर
जंगे मुहबद में जायस खता हर अजान