रूखी यारी जिन्दडी हारी तेरे भी छोड़े ने मारा
तेरे सिवा मैं किसको पुकारूँ बैरी जमाना है सारा
अब आँखों में आश्क है से जैसे वक्त हुठेरा
माहिवे सुनले सासों की फरियाद सुनले
माहिवे सुनले
जो गुजरी तेरे बाद सुनले
अखियों से नैनों को मारे मुखारे
इश्के दे बनने से नाम मिटा दे
रम के समंदर में किसने पाया किनारा
वो चाहा तो लेके मिलाना
तेरा सहारा
कोई किसी का है कोई किसी का है
मेरा तो कोई नहीं है
खाली फलक है ये खाली जमी है ये
खोया परंदा कही है
ये जो खुले रास्ते है
मिलने कायम का यही है
इतनी तो है आग मुझ में
पल में समा जाओ तुझ में
होने का मुझ को यकी है
अब आँखों में आश्क है असे
जैसे वक्त उठहरा
माहिदे सुन ले
सासों की फर्याद सुन ले
माहिदे सुन ले
जो घुजरी तेरे बाद सुन ले
अखियों से हैनों को मारे मुकारे
इश्के दे बनने से नाम मिठा दे
रम की समंदर में किसने आया की
तिरारा
चाहा था लेके मिलाना तेरा सहारा
माहिदे सुन ले
जो घुजरी तेरे बाद सुन ले